'येगं येगं विठाबाई ' या अभंगाच्या चालीवर रचलेले गीत
तेरे बिना भी क्या जिना,
मेरे साथ सदा तू रेहना
ये जीवन एक लंबी धारा,
तेरे साथ ही बेहना
जनम जनम का साथ
लागी कभी छुटे ना
अंगणात पारिजातकाचा सडा पडे, कधी फुले वेचायला येशील इकडे (When will you come, to pick the flowers from my garden)
This twilight moment at home was worth a click and inspiring दिवानखाने का एक कोना है, मेरा दोस्त, हमदर्द और साथी सुबह की ताजा गरम चाय या शा...
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